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गोदरेज ईज़ी और गुल पनाग ने ‘ईज़ी हग्‍स’ के लिये भागीदारी की, सुविधा से वंचित बच्‍चों को ठंड में होने वाली परेशानियों पर जागरुकता फैलायेंगे


 नई दिल्‍ली : लिक्विड डिटर्जेंट ब्राण्‍ड गोदरेज ईज़ी और अभिनेत्री एवं उद्यमी गुल पनाग ने ईज़ी हग्‍स के तहत सुविधा से वंचित बच्‍चों को ठंड में आने वाली दिक्‍कतों पर जागरूकता बढ़ाने के लिये भागीदारी की है। ईज़ी हग्‍स का यह 12वां एडिशन है, यह एक सामाजिक कैम्‍पेन है, जिसका लक्ष्‍य सुविधा से वंचित बच्‍चों को मुफ्त में स्‍वेटर देकर कंपकंपाती सर्दियों से उन्‍हें राहत देना है। इस पहल की शुरूआत के लिये गुल पनाग नई दिल्‍ली में बच्‍चों से मिलीं और उन्‍हें नये स्‍वेटर बांटे।

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, साल 1980 से 2018 के बीच भारत में गर्मी के मुकाबले ठंड के कारण ज्‍यादा लोगों की मौत हुई है। साल 2010 से लेकर 2018 तक भारत में शीत लहर 506% बढ़ी है। उत्‍तर भारत में सुविधा से वंचित और स्‍कूल जाने वाले हजारों बच्‍चे ऊनी कपड़ों की गर्मी के बिना कड़ाके की ठंड सहते हैं। 

ऊनी कपड़ों के अभाव के कारण बच्‍चे वायरल फीवर और सर्दी से पीड़ित होने के ज्‍यादा जोखिम में भी हैं। गोदरेज ईज़ी सर्दियों में होने वाली इन दिक्‍कतों पर जागरूकता पैदा करना और इन्‍हें दूर करना चाहता था। इसलिये उसने ईज़ी हग्‍स कैम्‍पेन शुरू किया। विगत वर्षों में ईज़ी हग्‍स ने लोगों से सामाजिक भलाई के इस अभियान के माध्‍यम से अपने ऊनी कपड़े दान करने का आग्रह कर ऐसे बच्‍चों को गर्माहट दी है।
 
बच्‍चों को सर्दियों में होने वाली दिक्‍कतों पर ज्‍यादा लोगों का ध्‍यान आकर्षित करने की जरूरत देखते हुए, गुल पनाग ने इस साल गोदरेज ईज़ी के साथ गठजोड़ किया है। गुल एक अभिनेत्री, उद्यमी और पायलट के रूप में जानी जाती हैं और एक सच्‍ची मानवतावादी भी हैं। 

वे संवेदनशील कामों के लिये हमेशा आगे रहती हैं। वह कर्नल शमशेर सिंह फाउंडेशन नामक एक एनजीओ चलाती हैं, जो उनके दादाजी के नाम पर है और यह एनजीओ शिक्षा तथा लैंगिक समानता के क्षेत्र में काम करता है। इस कैम्‍पेन को सहयोग देने के लिये गुल अपने प्‍लेटफॉर्म का इस्‍तेमाल करेंगी और लोगों के बीच जागरूकता फैलाएंगी। ईज़ी हग्‍स लोगों को खुद से सुविधा-वंचित बच्‍चों के लिये स्‍वेटर दान करने का आग्रह करता है तथा ईज़ी और गुल मिलकर उत्‍तर भारत में 4000 से ज्‍यादा स्‍वेटर बांटेंगे।

इस पहल पर गोदरेज कंज्‍यूमर प्रोडक्‍ट्स लिमिटेड (जीसीपीएल) में भारत और सार्क के सीईओ सुनील कटारिया ने कहा, “गोदरेज ईज़ी हमेशा गर्माहट, आराम और देखभाल के लिये खड़ा रहा है। ईज़ी हग्‍स साल 2011 में शुरू हुई ईज़ी की एक महान पहल है, जो विगत वर्षों में कई साझीदारों के सहयोग से बढ़ी है। इस साल हम गुल पनाग के साथ भागीदारी करते हुए खुश हैं, जो मायने रखने वाले कामों के लिये जानी जाती हैं। 

अपनी सामाजिक और राजनैतिक सक्रियता के कारण उन्‍हें सोशल मीडिया पर सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक और यूथ आइकॉन के रूप में पहचान मिली है। हम केवल स्‍वेटर दान नहीं करना चाहते हैं, बल्कि इस मुद्दे पर ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों का ध्‍यान भी आकर्षित करना चाहते हैं। हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि खुद को गर्म रखने के लिये उपयुक्‍त साधनों के अभाव के कारण किसी भी गरीब बच्‍चे को तकलीफ न झेलनी पड़े।”

ईज़ी हग्‍स के साथ अपने जुड़ाव के बारे में गुल पनाग ने कहा, “उत्‍तर भारत में रहते हुए मैंने देखा है कि सुविधा से वंचित बच्‍चों को सर्दियों में जो मुश्किलें होती हैं, उन पर कई लोग बात नहीं करते हैं या ध्‍यान नहीं देते हैं। जिन बच्‍चों के पास सही ऊनी कपड़े न हों, उनकी सेहत और स्‍कूल जाने पर सर्दियों के मौसम का बड़ा प्रभाव पड़ता है। फिर भी कुछ ही पहलें या लोग हैं, जो इस पर बात करते हैं। 

ईज़ी हग्‍स ऐसी पहल है, जो पिछले 10 सालों से इस मुद्दे को लेकर मजबूती से खड़ी है और लोगों को इस पर जागरूक कर रही है। इसलिये मैंने गोदरेज ईज़ी के साथ जुड़ने का फैसला किया, ताकि हम ज्‍यादा लोगों तक पहुँच सकें और सुनिश्चित करें कि सुविधा से वंचित किसी भी बच्‍चे को ऊनी कपड़ों के बिना सर्दी न बितानी पड़े।
 
अपने दोस्‍तों और परिवार के साथ आराम करते हुए ठंड का मजा लेने की सर्दियों से जुड़ी मेरी कई मीठी यादें हैं,। मैं खुद साल के इस समय में तीन लेयर के स्‍वेटर पहनती हूँ। इसके साथ ही मुझे लगता है कि कई लोगों के पास यह सुख नहीं है। ऐसी विचारपूर्ण पहल के लिये मैं गोदरेज ईज़ी के साथ जुड़कर सम्‍मानित महसूस कर रही हूँ। मैं लोगों को ज्‍यादा से ज्‍यादा दान करने और बच्‍चों की मदद करने के लिये प्रोत्‍साहित करूंगी।
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