भारतीय गौरव पुरस्कार से समाजसेवी मोहम्मद शोएब खान सम्मानित
भारतीय गौरव पुरस्कार 2023 का आयोजन सेव ह्यूमैनिटी ट्रस्ट द्वारा पांच सितारा होटल गोल्डन टयूलिप ग्वाल पहाड़ी हरियाणा में कराया जाएगा। 14 अप्रैल 2023 को होने वाले कार्यक्रम में डॉक्टर मोहम्मद शोएब खान को भी सम्मानित किया जाएगा।डॉ. मुहम्मद शोएब ख़ान का जन्म दिल्ली के जामिया नगर में 1978 में हुआ, उनकी प्रारंभिक शिक्षा दुसरे आम बच्चों की तरह सरकारी स्कूल में हुई, कॉलेज की शिक्षा जामिया यूनिवर्सिटी से हुई। बाद में उन्होंने से बिज़नेस स्टडीज़ में पी एच डी की डिग्री प्राप्त की। जब शोएब ख़ान कक्षा छ में थे तब उन्होंने पहली कविता लिखी जो लोटपोट पत्रिका में छपी, उसके बाद उन्होंने लिखने के शौक़ को आगे बढ़ाया तथा कविता लिखना छोड़ कर केवल साहित्य लिखना शुरू किया। उनकी ढेर सारी रचनाएं विभिन्न पत्रिकाओं, जैसे उमंग (उर्दू) प्याम ए तालीम (उर्दू) राष्ट्रीय सहारा उर्दू व हिंदी, टाइम्स ऑफ़ इंडिया, हिंदुस्तान टाइम्स आदि में पब्लिश हुईं। इस दौरान शोएब ख़ान ने अलग अलग कॉलेजों में प्रोफेसर के तौर पर अपनी शैक्षिक सेवाएं दीं। डॉ. मुहम्मद शोएब ख़ान, एक ऐसा नाम जो शिक्षा जगत में किसी पहचान का मोहताज नहीं है। शोएब ख़ान, जो अंग्रेज़ी साहित्य, ग्रामर और कम्पोजिशन, क़ानून और बिज़नेस स्टडीज़ जैसे विषयों पर अब तक 26 पुस्तकें लिख चुके है जो विभिन्न कॉलेजों में साइड बुक्स के बतौर पढ़ाई जा रही हैं। शोएब ख़ान ने देहरादून में, प्रथम कोरोना लॉक डाउन के दौरान प्रिंसिपल रहते कई क्रन्तिकारी काम किये जिनमें सात हज़ार से अधिक टीचरों को ऑनलाइन टीचिंग की ट्रेनिंग दी जिससे बहुत कम समय में ये टीचर्स अपने अपने स्कूलों में ऑनलाइन टीचिंग देने में सक्षम हो सके तथा बच्चों की क्वालिटी एजुकेशन पर खास योगदान दिया। प्रथम लॉक डाउन में जहाँ सभी स्कूल इस बात के लिए चिंतित थे कि छात्रों से कैसे फ़ीस ली जाए और स्कूल के खर्चे कैसे चलें, वहीँ शोएब ख़ान सात हज़ार टीचरों को इस तरह ट्रेनिंग दी कि किसी भी पेरेंट्स को फ़ीस देने में कोई समस्या नहीं आई और एजुकेशन का स्तर बेहतर बनाया। शोएब ख़ान के इसी योगदान के कारण उन्हें "बेस्ट प्रिंसिपल ऑफ़ द ईयर 2020" के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किया गया, आज डॉ. शोएब ख़ान एक कॉलेज में प्रिंसिपल की सेवाएं दे रहे हैं तथा उनके छात्र पश्चिम उत्तरप्रदेश व उत्तराखंड के विभिन्न कॉलेजों में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। ट्रस्ट के कार्यकारिणी सदस्यों ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं।