शाहपुरा-बनेड़ा से आखिरी दिन पूर्व राज्यमंत्री गोपाल केसावत ने निर्दलीय भरा पर्चा

जयपुर: राजस्थान विधानसभा चुनाव के तहत नामांकन के आखिरी दिन शाहपुरा-बनेड़ा से कुल 8 प्रत्याशियों ने नामांकन किए। अब तक यहां कुल 12 नामांकन किए जा चुके हैं। जिनमें एक भी महिला नहीं हैं। नामांकन के अंतिम दिन बनेड़ा शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पूर्व राज्यमंत्री गोपाल केसावत ने नामांकन भरा। […]

Tue, 07 Nov 2023 04:17 AM (IST)
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शाहपुरा-बनेड़ा से आखिरी दिन पूर्व राज्यमंत्री गोपाल केसावत ने निर्दलीय भरा पर्चा
शाहपुरा-बनेड़ा से आखिरी दिन पूर्व राज्यमंत्री गोपाल केसावत ने निर्दलीय भरा पर्चा

जयपुर: राजस्थान विधानसभा चुनाव के तहत नामांकन के आखिरी दिन शाहपुरा-बनेड़ा से कुल 8 प्रत्याशियों ने नामांकन किए। अब तक यहां कुल 12 नामांकन किए जा चुके हैं। जिनमें एक भी महिला नहीं हैं। नामांकन के अंतिम दिन बनेड़ा शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पूर्व राज्यमंत्री गोपाल केसावत ने नामांकन भरा।

शाहपुरा बनेड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पृष्ठभूमि से जुड़े हुए लालाराम बैरवा को प्रत्याशी बनाया है, वहीँ कांग्रेस ने नरेंद्र कुमार रेगर पर विश्वास जताया हैं।

सोमवार को यहां से गोपाल केसावत निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करने पहुंचे। इससे पहले उन्होंने एक रैली भी की जो की धरतीदेवरा कलिंजरी गेट शाहपुरा से नामांकन कार्यालय तक पहुंची। इसी प्रकार भाजपा से लालाराम बैरवा ने भी सोमवार को ही नामांकन किया।

अब मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच होगी और उसके बाद अगले दो दिन तक नाम वापसी हो सकेगी। ऐसे में 9 नवंबर की शाम ही चुनावी मैदान की तस्वीर साफ हो सकेगी।

बागी प्रत्याशी भी मैदान में

यहां से भाजपा से निष्कासित वर्तमान विधायक कैलाश चंद्र मेघवाल टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं। ऐसे में उन्होंने निर्दलीय नामांकन भरा है। इसी प्रकार कांग्रेस से पूर्व राज्य मंत्री रहे गोपाल लाल गोपाल केसावत भी टिकट नहीं मिलने से निर्दलीय के तौर पर नामांकन भरा है।

विश्लेषण

शाहपुरा-बनेड़ा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने अपने-अपने मजबूत प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। हालांकि, यहां से बागी प्रत्याशियों का भी दमदार मुकाबला देखने को मिल सकता है। कैलाश चंद्र मेघवाल और गोपाल केसावत दोनों ही अपने-अपने क्षेत्रों में लोकप्रिय हैं। ऐसे में इन दोनों प्रत्याशियों के मैदान में आने से चुनावी मुकाबला रोचक हो सकता है।