2023 एयूपीबीएक्सट अवार्ड्स शो ने स्टाणर्टअप्सव को आत्मकनिर्भर बनकर वृद्धि करने के लिए मजबूत किया

प्रसिद्ध एयूपीबीएक्स7 अवार्ड्स शो का आगामी दूसरा संस्क्रण आत्म निर्भर बनकर तरक्कीग करने वाले कलाकारों, उद्यमियों, स्टा र्टअप्सा और व्यनवसायों के लिये एक उत्कृेष्टन अवसर होगा मुंबई  : उद्यमिता को बढ़ावा दे रहा एक प्रसिद्ध संगठन, आम्‍ही उद्योगिनी प्रतिष्‍ठान दूसरे एयूपीबीएक्स अवार्ड्स शो 2023 का आयोजन करने के लिए तैयार है। इन वार्षिक पुरस्‍कारों के […]

Tue, 28 Nov 2023 04:10 PM (IST)
 0
2023 एयूपीबीएक्सट अवार्ड्स शो ने स्टाणर्टअप्सव को आत्मकनिर्भर बनकर वृद्धि करने के लिए मजबूत किया
L-R : मधुरा मोहाडिकर अंतानी, मीनल मोहाडिकर, सीईली धमधेरे।
प्रसिद्ध एयूपीबीएक्स7 अवार्ड्स शो का आगामी दूसरा संस्क्रण आत्म निर्भर बनकर तरक्कीग करने वाले कलाकारों, उद्यमियों, स्टा र्टअप्सा और व्यनवसायों के लिये एक उत्कृेष्टन अवसर होगा
मुंबई  : उद्यमिता को बढ़ावा दे रहा एक प्रसिद्ध संगठन, आम्‍ही उद्योगिनी प्रतिष्‍ठान दूसरे एयूपीबीएक्स अवार्ड्स शो 2023 का आयोजन करने के लिए तैयार है। इन वार्षिक पुरस्‍कारों के माध्यम से एयूपीबीएक्स द्वारा पूरे भारत के कलाकारों, उद्यमियों, स्‍टार्टअप्स और एसएमई की रचनात्‍मकता, वैयक्तिकता एवं पेशेवर उत्‍कृष्‍टता को सम्‍मानित किया जाता है।
पुरस्‍कारों के 2023 संस्करण में 2022 में मिली उल्‍लेखनीय प्रगति को जारी रखा गया। पहले एयूपीबीएक्स अवार्ड्स शो के दौरान 500 से अधिक प्रविष्टियाँ प्राप्त हुई थीं। इस साल के लिये, अनुमान है कि 16 दिसंबर, 2023 को 2023 के संस्करण में 1000 से ज्‍यादा व्‍यवसाय भाग ले सकते हैं।
8 मार्च, 1997 को स्‍थापित आम्‍ही उद्योगिनी प्रतिष्‍ठान एक ट्रस्ट है, जिसकी संस्‍थापना श्रीमती मीनल मोहादिकर ने की थी। इस संगठन की शुरूआत महिला उद्यमियों के कल्‍याण के लिए की गई थी। इस प्‍लेटफॉर्म के विकास के साथ ही, संगठन ने सभी को शामिल करने का विकल्प चुना है और वे उद्यमिता का समर्थन करना जारी रखेंगे। ट्रस्ट ने पिछले साल पहले एयूपीबीएक्स अवार्ड्स शो का आयोजन किया था। यह एक समावेशी मंच था, जहाँ प्रतिभाशाली कलाकारों, उद्यमियों, स्‍टार्टअप संस्‍थापकों और पेशवरों को पहचान मिली।
पिछले साल से उलट, इस साल के पुरस्‍कार डिजिटल टेक्‍नोलॉजी के ज्‍यादा इस्‍तेमाल से पूरे भारत में अपना कवरेज बढ़ाएंगे। शुरूआती स्‍क्रीनिंग, जोकि पहले एयूपीबीएक्स की टीम द्वारा टेलीफोनिक इंटरव्‍यूज से हुई थी, अब एक डिजिटल प्रक्रिया बन चुकी है। इसमें आवेदकों को संगठन की वेबसाइट पर उपलब्ध एक डिजिटल फॉर्म तथा प्रश्‍नमाला के माध्यम से अपना विवरण भरना होगा और प्रश्‍नों के उत्तर देने होंगे। इस साल, महाराष्‍ट्र सरकार के अंतर्गत केन्‍द्रीय निवेश प्रवर्द्धन अभिकरण महाराष्‍ट्र इंडस्‍ट्रीयल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एमआईडीसी) भी प्रायोजक के रूप में एयूपीबीएक्स अवार्ड्स से जुड़ा है। प्रक्रिया पंजीकृत की जा चुकी है; पहले दिन 14 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे।
चयनित शीर्ष 100 आवेदक वर्चुअल प्रशिक्षण सत्रों में शिरकत कर सकते हैं, जहाँ अटल इंक्‍युबेशन सेंटर, मुंबई के पदाधिकारी मौजूद होंगे और उनके लिये निवेशकों के साथ नेटवर्किंग का संभावित अवसर भी होगा। यह किसी के अपने व्‍यवसाय की सीड फंडिंग के लिये उसे मार्गदर्शन प्रदान करने पर फोकस करेंगे। शीर्ष 20 विजेताओं को एयूपीबीएक्स की टीम के मीडिया कैम्‍पेन द्वारा पूरे भारत में विजिबिलिटी पाने का मौका मिलेगा। इसके अलावा, भाग लेने वालों के ब्राण्ड की विश्‍वसनीयता को बढ़ाने के लिये प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा।
चुनिंदा स्‍टार्टअप्स को वित्‍तपोषण के अवसर प्रदान करने के बजाए, इस साल के आयोजन में ब्राण्ड की डिजिटल मार्केटिंग के विभिन्न अवसरों पर जागरूकता बढ़ाई जाएगी और व्‍यवसाय संस्‍थापकों को सीड फंडिंग तथा विभिन्न शासकीय योजनाओं के माध्यम से आत्‍मनिर्भरता के लिये प्रशिक्षण देकर मजबूत किया जाएगा। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिये, एक संपूर्ण डिजिटल प्‍लेटफॉर्म बनाया जा रहा है, जहाँ आवेदक योग्‍यता के सम्‍बंध में प्रासंगिक सूचना देख सकते हैं और राज्य अथवा केन्‍द्र सरकार द्वारा लॉन्च हुईं स्‍कीमों के तहत विश्‍वसनीय सरकारी संस्‍थानों से वित्‍तपोषण के लिये आवेदन कर सकते हैं।
आम्‍ही उद्य‍ोगिनी प्रतिष्‍ठान की यात्रा महिलाओं को मजबूत बनाने के आइडिया के साथ हुई थी। लेकिन बीतते समय के साथ इसमें पुरुषों को भी शामिल किया गया, क्‍योंकि समय के साथ खुद में बदलाव लाने और सभी को शामिल करने की आवश्‍यकता के महत्व को समझा गया। आम्‍ही उद्योगिनी प्रतिष्‍ठान का मंच पूरे भारत में मौजूद असीम क्षमता को पहचानकर सम्‍मानित करना चाहता है। यह आयोजन और साथ ही पुरस्‍कार विजेताओं के लिये प्रचार के एकीकृत भुगतान वाले अवसर भाग लेने वाली कंपनियों को ब्राण्ड पर बेहतरीन जागरूकता बनाने में सहायता करेंगे।
आम्‍ही उद्य‍ोगिनी ट्रस्ट के विषय में:
महिला दिवस, 1997 को स्‍थापित आम्‍ही उद्योगिनी ने एक छोटी-सी पहल के रूप में शुरूआत की थी और आज यह एक बड़ा संगठन है। इन्‍होंने महिलाओं को मजबूत बनाने के लिए अपना काम शुरू किया और फिर महिला उद्यमिता को बढ़ावा देना आरंभ किया, लेकिन जल्‍दी ही समय के साथ बदलने और जेंडर के मामले में समावेशी होने का निर्णय लिया गया। इस संगठन का नेतृत्व इसकी संस्‍थापिका श्रीमती मीनल मोहादिकर का विचार करता है। इसे जाने-माने उद्यमियों और व्‍यावसायिक हस्तियों का समर्थन और मार्गदर्शन प्राप्त है, जैसे कि श्री वी. वी. देशपांडे, श्रीमती रजनी दांडेकर, श्री प्रदीप वर्मा, श्रीमती पुष्‍पा त्रिलोकेकर, आदि। इसका मुख्‍यालय दादर (पश्चिम), मुंबई में है और इसकी शाखाएं नवी मुंबई, कल्‍याण, बोरीवली, ठाणे, गोरेगांव, पुणे, नासिक, रत्‍नागिरी, औरंगाबाद और दुबई में हैं। आगामी एयूपीबीएक्स अवार्ड्स शो ऐसा पहला आयोजन है, जो यह ट्रस्ट भारत में उद्यमियों की संख्‍या बढ़ाने के लिये कर रहा है।