बॉलीवुड में फिर चलने लगा गेवी चहल का सिक्का
मुंबई : मेहनत इतनी खामोशी से करो कि सफलता शोर मचा दे। इसमें कोई शक नहीं कि अभिनेता गेवी चहल इस सु:वाक्य पर पूरा विश्वास रखते हैं और इस पर अमल करना भी जानते हैं। अभिनय की राह आसान नहीं थी पर वे मेहनत करते रहे और अपना रास्ता साफ कर आगे बढ़ते रहे।गेवी को अपनी काबिलियत व मेहनत पर कितना भरोसा है इसका नजारा तब देखने को मिला, जब लोक डाउन के चलते फिल्म इंडस्ट्री की सारी गतिविधियों ठप्प ही गयी थी। गेवी भी घर बैठे रहते थे और आने वाले कल के बारे में चिंतित भी हो जाते थे। ऐसे में उन्हें एक ऑफर मिला और गेवी की मनमांगी मुराद मानों पूरी हो गयी। यह ऑफर था बिग बॉस का। जी हां, उन्हें इस रियालिटी शी के तहत -बिग बॉस के घर में रहने का निमंत्रण मिला था। गेवी ने सोचा कि खाली हाथ घर बैठने के बजाए वो बिग बॉस के घर के अंदर चले जाएं तो सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन भी हो जाएगा और अच्छे खासे पैसे मिलेंगे सो अलग। वैसे इससे पूर्व भी उन्हें इस शो का ऑफर मिला थी पर अपनी व्यस्तता के चलते वे इस शो में हिस्सा नहीं ले पाते थे पर अब इस ऑफर को नकारने का उनके पास कोई कारण नहीं था सो गेवी ने चैनलवालों के साथ करारनामा भी साइन कर लिया, पर कहते हैं न कि इंसान सोचता है कुछ है और होता कुछ और है। गेवी के साथ भी यही हुआ। इससे पहले कि वे बिग बॉस के घर में दाखिल हों, उनकी आंखों में तकलीफ पैदा हुयी और वो डाक्टर के पास चले गये। डाक्टर ने उन्हें तुरंत आपरेशन करवाने और उसके पश्चात दो महीने तक पूर्ण रूप से आराम करने की भी सलाह दी।भारी मन से गेवी को बिग बॉस के लिए ना कहना पड़ा। अपनी सेहत की वजह से एक बड़े बजट की वेब सीरीज़ भी नकारनी पड़ी। उनका मन तो भारी था पर साथ ही विश्वास था कि अपनी मेहनत व काबिलियत के बल पर ही जल्द अपनी नयी पारी शुरू करेंगे।आपरेशन के बाद लंबा आराम फरमाकर जब वो पूर्ण रूप से स्वस्थ हुये तो अब पहला सवाल यही आन खड़ा हुआ कि अभिनय की नयी पारी कब शुरू की जाए। वह सुनहरा दिन भी जल्द आ गया जब उन्हें टाइगर 3 के लिये यश राज बैनर से बुलावा आया। वो टाइगर सीरीज़ की दोनों फिल्मों में पहले से थे। गेवी के लिये नयी पारी की शुरुआत इससे अच्छी हो नहीं सकती थी। साथ ही उन्हें एक अन्य फिल्म डेलीहंट मिली और वे पुन: कैमरे के सामने व्यस्त हो गए।गेवी की व्यस्तता तब और बढ़ गयी जब धारावाहिक 'जय कनैयालाल' की में नंद की भूमिका के लिये उन्हें कास्ट किया गया। पंजाबी फ़िल्म "नानक नाम जहाज है" की शूटिंग भी उन्होंने पूरी की है और इसमें वे मुकेश रिशी के बेटे की भूमिका निभा रहे हैं। उन्हें एक अन्य फिल्म के लिये भी साइन किया गया है जिसमें यामी गौतम और सनी कौशल उनके साथ हैं। अब गेवी फिर अभिनय में व्यस्त हो गये हैं। साथ ही तीन वेब सीरीज़ के लिए भी उनकी बातचीत चल रही है। आंख के आपरेशन के पश्चात गेवी का जिंदगी के प्रति नजरिया बदल गया है। वो कहते हैं कि अब मैं समझ पाया हूं कि हेल्थ इज वेल्थ क्यों कहा जाता है। अब मैं स्वास्थ्य पर पूरा ध्यान दे रहा हूँ। मेरी मातृभाषा पंजाबी में एक कहावत है कि मन जीत ते जगजीत यानि जिसने अपने मन को जीत लिया उसने जग जीत लिया। मैने खुद पर जीत पाना सीख लिया है। हां, मैं अपने परिवारवालों का भी शुक्रगुजार हूं जिन्होंने तकलीफ़ के दौरान पूरा साथ दिया और मेरे साथ खड़े रहे। आंख की सर्जरी ने वाकई मेरी आंख खोल दी है।गेवी कई पंजाबी फिल्मों में भी काम कर चुके हैं। वो पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री के चलन के बार मे कहते हैं कि पंजाबी फिल्मों की बड़ी समस्या यह कि इसमें मेकर्स नये प्रयोग करने से कतराते हैं। वे फार्मूला फिल्मों में ज्यादा विश्वास रखते हैं। एक कॉमेडी फ़िल्म हिट हो गई तो दर्जनों ऐसी फिल्में बननी शुरू हो जाएंगी। एनआरआई परिवार पर बनी फ़िल्म सफल हुयी तो ऐसी फिल्मों की कतार लग जाएगी। पंजाबी कल्चर की अपनी पहचान है। पंजाबी साहित्य भी श्रेष्ठ है। इन पर बेहतर पंजाबी फिल्में बनायी जा सकती हैं। ऐसी फ़िल्म में काम के लिए मैं अपनी फीस कम करने के लिये भी तैयार हूं। अपनी मातृभाषा के लिये में इतना तो कर ही सकता हूँ। मेरे ख्याल में पंजाबी फिल्मकारों को पाकिस्तानी नाटकों से सबक लेना चाहिए। उनके नाटक काफी रिच होते हैं। हमारे पास भी अच्छे पंजाबी लेखक हैं पर इनकी सेवाएं गंभीरता से ली जाएं तो हमें अच्छी पंजाबी फिल्में देखने को मिल सकती हैं।कुछ नया प्रस्तुत करोगे तो पंजाबी फ़िल्म इंडस्ट्री के लिए आगे बढ़ने का बहुत स्कोप है। गेवी द्वारा अभिनित वेब सीरीज़ "टाइटल रोल"जल्द प्रदर्शित होने जा रही है। नाम से ही यह बात साफ हो जाती है कि यह फिल्म इंडस्ट्री की पृष्ठभूमि पर आधारित है। इसमें वो एक चैनल के हेड की भूमिका निभा रहे हैं। एक ऐसा अधिकारी जो अपनी चालों से किसी का करियर बना सकता है और बिगाड़ भी सकता है यानि इस किरदार में कई तरह के शेड्स हैं।उम्मीद है कि इसी तरह का सरप्राइज देकर वो लोगों का मनोरंजन करते रहेंगे।
मुंबई : मेहनत इतनी खामोशी से करो कि सफलता शोर मचा दे। इसमें कोई शक नहीं कि अभिनेता गेवी चहल इस सु:वाक्य पर पूरा विश्वास रखते हैं और इस पर अमल करना भी जानते हैं। अभिनय की राह आसान नहीं थी पर वे मेहनत करते रहे और अपना रास्ता साफ कर आगे बढ़ते रहे।
गेवी को अपनी काबिलियत व मेहनत पर कितना भरोसा है इसका नजारा तब देखने को मिला, जब लोक डाउन के चलते फिल्म इंडस्ट्री की सारी गतिविधियों ठप्प ही गयी थी। गेवी भी घर बैठे रहते थे और आने वाले कल के बारे में चिंतित भी हो जाते थे। ऐसे में उन्हें एक ऑफर मिला और गेवी की मनमांगी मुराद मानों पूरी हो गयी। यह ऑफर था बिग बॉस का। जी हां, उन्हें इस रियालिटी शी के तहत -बिग बॉस के घर में रहने का निमंत्रण मिला था। गेवी ने सोचा कि खाली हाथ घर बैठने के बजाए वो बिग बॉस के घर के अंदर चले जाएं तो सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन भी हो जाएगा और अच्छे खासे पैसे मिलेंगे सो अलग।
वैसे इससे पूर्व भी उन्हें इस शो का ऑफर मिला थी पर अपनी व्यस्तता के चलते वे इस शो में हिस्सा नहीं ले पाते थे पर अब इस ऑफर को नकारने का उनके पास कोई कारण नहीं था सो गेवी ने चैनलवालों के साथ करारनामा भी साइन कर लिया, पर कहते हैं न कि इंसान सोचता है कुछ है और होता कुछ और है। गेवी के साथ भी यही हुआ। इससे पहले कि वे बिग बॉस के घर में दाखिल हों, उनकी आंखों में तकलीफ पैदा हुयी और वो डाक्टर के पास चले गये। डाक्टर ने उन्हें तुरंत आपरेशन करवाने और उसके पश्चात दो महीने तक पूर्ण रूप से आराम करने की भी सलाह दी।
भारी मन से गेवी को बिग बॉस के लिए ना कहना पड़ा। अपनी सेहत की वजह से एक बड़े बजट की वेब सीरीज़ भी नकारनी पड़ी। उनका मन तो भारी था पर साथ ही विश्वास था कि अपनी मेहनत व काबिलियत के बल पर ही जल्द अपनी नयी पारी शुरू करेंगे।
आपरेशन के बाद लंबा आराम फरमाकर जब वो पूर्ण रूप से स्वस्थ हुये तो अब पहला सवाल यही आन खड़ा हुआ कि अभिनय की नयी पारी कब शुरू की जाए। वह सुनहरा दिन भी जल्द आ गया जब उन्हें टाइगर 3 के लिये यश राज बैनर से बुलावा आया। वो टाइगर सीरीज़ की दोनों फिल्मों में पहले से थे। गेवी के लिये नयी पारी की शुरुआत इससे अच्छी हो नहीं सकती थी। साथ ही उन्हें एक अन्य फिल्म डेलीहंट मिली और वे पुन: कैमरे के सामने
व्यस्त हो गए।
गेवी की व्यस्तता तब और बढ़ गयी जब धारावाहिक 'जय कनैयालाल' की में नंद की भूमिका के लिये उन्हें कास्ट किया गया। पंजाबी फ़िल्म "नानक नाम जहाज है" की शूटिंग भी उन्होंने पूरी की है और इसमें वे मुकेश रिशी के बेटे की भूमिका निभा रहे हैं। उन्हें एक अन्य फिल्म के लिये भी साइन किया गया है जिसमें यामी गौतम और सनी कौशल उनके साथ हैं। अब गेवी फिर अभिनय में व्यस्त हो गये हैं। साथ ही तीन वेब सीरीज़ के लिए भी उनकी बातचीत चल रही है।
आंख के आपरेशन के पश्चात गेवी का जिंदगी के प्रति नजरिया बदल गया है। वो कहते हैं कि अब मैं समझ पाया हूं कि हेल्थ इज वेल्थ क्यों कहा जाता है। अब मैं स्वास्थ्य पर पूरा ध्यान दे रहा हूँ। मेरी मातृभाषा पंजाबी में एक कहावत है कि मन जीत ते जगजीत यानि जिसने अपने मन को जीत लिया उसने जग जीत लिया। मैने खुद पर जीत पाना सीख लिया है। हां, मैं अपने परिवारवालों का भी शुक्रगुजार हूं जिन्होंने तकलीफ़ के दौरान पूरा साथ दिया और मेरे साथ खड़े रहे। आंख की सर्जरी ने वाकई मेरी आंख खोल दी है।
गेवी कई पंजाबी फिल्मों में भी काम कर चुके हैं। वो पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री के चलन के बार मे कहते हैं कि पंजाबी फिल्मों की बड़ी समस्या यह कि इसमें मेकर्स नये प्रयोग करने से कतराते हैं। वे फार्मूला फिल्मों में ज्यादा विश्वास रखते हैं। एक कॉमेडी फ़िल्म हिट हो गई तो दर्जनों ऐसी फिल्में बननी शुरू हो जाएंगी। एनआरआई परिवार पर बनी फ़िल्म सफल हुयी तो ऐसी फिल्मों की कतार लग जाएगी। पंजाबी कल्चर की अपनी पहचान है। पंजाबी साहित्य भी श्रेष्ठ है। इन पर बेहतर पंजाबी फिल्में बनायी जा सकती हैं। ऐसी फ़िल्म में काम के लिए मैं अपनी फीस कम करने के लिये भी तैयार हूं।
अपनी मातृभाषा के लिये में इतना तो कर ही सकता हूँ। मेरे ख्याल में पंजाबी फिल्मकारों को पाकिस्तानी नाटकों से सबक लेना चाहिए। उनके नाटक काफी रिच होते हैं। हमारे पास भी अच्छे पंजाबी लेखक हैं पर इनकी सेवाएं गंभीरता से ली जाएं तो हमें अच्छी पंजाबी फिल्में देखने को मिल सकती हैं।कुछ नया प्रस्तुत करोगे तो पंजाबी फ़िल्म इंडस्ट्री के लिए आगे बढ़ने का बहुत स्कोप है। गेवी द्वारा अभिनित वेब सीरीज़ "टाइटल रोल"जल्द प्रदर्शित होने जा रही है।
नाम से ही यह बात साफ हो जाती है कि यह फिल्म इंडस्ट्री की पृष्ठभूमि पर आधारित है। इसमें वो एक चैनल के हेड की भूमिका निभा रहे हैं। एक ऐसा अधिकारी जो अपनी चालों से किसी का करियर बना सकता है और बिगाड़ भी सकता है यानि इस किरदार में कई तरह के शेड्स हैं।उम्मीद है कि इसी तरह का सरप्राइज देकर वो लोगों का मनोरंजन करते रहेंगे।